दुर्ग: प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी, रोहिंग्या घुसपैठियों की जांच के लिए पुलिस की ओर से विशेष टीम का गठन किया गया है। गठित...
दुर्ग:
प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी, रोहिंग्या घुसपैठियों की जांच
के लिए पुलिस की ओर से विशेष टीम का गठन किया गया है। गठित टीम ने बुधवार
को जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में 263 लोगों के पहचान पत्र व अन्य
दस्तावेजों की जांच की। जांच में 35 संदिग्ध मिले हैं। जिसमें तीन पश्चिम
बंगाल के हुगली जिला और 26 मिदनापुर के निवासी हैं। सभी का फिंगर प्रिंट
लिया गया है।
बता दें कि इससे पहले भी पुलिस की ओर से संदिग्धों की
जांच की गई थी। चिह्नित संदिग्धों के दस्तावेजों का परीक्षण के बाद जिले
में निवास कर रहे 7 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया था। पकड़े गए
बांग्लादेशी नागरिक पश्चिम बंगाल के रास्ते से होकर ही दुर्ग भिलाई आए थे।
जिसके बाद से दुर्ग जिले में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी,रोहिंग्या
घुसपैठियों की जांच के लिए गठित टीम ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
बता
दें कि पुलिस अब तक दुर्ग-भिलाई में ही ऐसे घुसपैठियों की जांच कर रही थी,
लेकिन बुधवार को टीम शहरी क्षेत्र से लगे ग्रामीण अंचल नंदिनी और धमधा में
भी जांच के लिए पहुंची। जांच के लिए 7 अलग-अलग टीम बनाई गई थी। टीम ने
नंदिनी और धमधा के अलावा दुर्ग के गयानगर, पद्मनाभपुर, भिलाई नगर व सुपेला
क्षेत्र में रह रहे लोगों की भी जांच की। इस दौरान पहचान पत्र के रूप में
आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेजों की जांच की गई। जांच में 35 संदिग्ध मिले
जिनका फिंगर प्रिंट लिया गया है।
No comments