बीजापुर: छत्तीसगढ़ में माओवाद विरोधी अभियान लगातार जारी है, इसके तहत जहां एक तरफ सुरक्षाबलों की ओर से कड़ी कार्रवाई की जा रही है, वहीं ...
बीजापुर:
छत्तीसगढ़ में माओवाद विरोधी अभियान लगातार जारी है, इसके तहत जहां एक तरफ
सुरक्षाबलों की ओर से कड़ी कार्रवाई की जा रही है, वहीं समाज की मुख्य
धारा से जुड़ने की इच्छा रखने वाले माओवादियों का आत्मसमर्पण भी कराया जा
रहा है। इसी क्रम में माड़ डिवीजन अंतर्गत विभिन्न कंपनियों और क्षेत्रों
से जुड़े 9 माओवादियों ने बुधवार को को आत्मसमर्पण किया। इनमें 24 लाख
रुपये के कुल इनामी 6 माओवादी भी शामिल हैं।
बता दें कि आत्मसमर्पण
करने वालों में बक्सू ओयाम (8 लाख), बुधराम पोटाम (5 लाख), हिड़मा उर्फ
हिरिया (5 लाख), मंगू उईका (2 लाख), रोशन कारम (2 लाख) और मंगलों पोड़ियाम
(2 लाख) जैसे इनामी माओवादी शामिल हैं। इनके अलावा कमलू हेमला, बुधराम
हेमला और पण्डरू पूनेम ने भी आत्मसमर्पण किया। इन माओवादियों ने डीआइजी
कमलोचन कश्यप, डीआइजी बीएस नेगी, एसपी डा. जितेंद्र यादव सहित वरिष्ठ
अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
छत्तीसगढ़ शासन की नियद
नेल्लानार योजना और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी आत्मसमर्पण को
तैयार हुए हैं। सरकार की इस योजना के तहत आत्मसमर्पण करने वालों को
पुनर्वास, रोजगार, शिक्षा और 50,000 रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती
है। इसके अतिरिक्त माओवादी हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में तेज़ी से हो
रहे विकास कार्य जैसे सड़क निर्माण, बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा ने
भी माओवादियों को प्रभावित किया है।
गौरतलब है कि संगठन के भीतर
विश्वास की कमी, अनिश्चित भविष्य और सुरक्षा बलों के आक्रामक अभियानों से
दबाव में आकर वे मुख्यधारा में लौट रहे हैं। एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने
माओवादियों से अपील की है कि वे शासन की पुनर्वास नीति का लाभ उठाकर समाज
की मुख्यधारा में शामिल होकर सम्मानजनक जीवन की ओर लौटें।



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