रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार की देर शाम अपने निवास कार्यालय में भारत स्कॉउट्स एवं गाइड्स और यूनीसेफ के सहयोग से 10 से 25 आयु व...
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार की देर शाम अपने निवास कार्यालय में भारत स्कॉउट्स एवं गाइड्स और यूनीसेफ के सहयोग से 10 से 25 आयु वर्ग के बालक-बालिका के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए संचलित होने वाले ‘तारुण्य वार्ता‘ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्रम की पुस्तिका का विमोचन और लोगो को लांच भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्कॉउट गाइड की राज्य आयुक्त (रेंजर) सीमा वर्मा को वारंट भी प्रदान किया।
तारुण्य वार्ता नामक कार्यक्रम तरुणों के साथ संवाद करना, उनकी समस्याओं को समझने, उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करने, उन्हें वैज्ञानिक तथ्यों से परिचित कराने के लिए उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों से परिचित कराने के लिए शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम एक बेहतर समाज के निर्माण में प्रभावी सिद्ध होगा। तारुण्य वार्ता कार्यक्रम के माध्यम से किशोरों और किशोरियों को भी स्वयं को व्यक्त करने का मंच मिलेगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से बाल संरक्षण, बाल अधिकार, शारीरिक संरचना, लैंगिक समानता, हिंसा के प्रकार, बाल यौन शोषण जैसे जरूरी विषयों पर किशोर एवं किशोरियों के साथ बात हो पाएगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारत स्कॉउट्स एवं गाइड्स के अध्यक्ष एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तारुण्य वार्ता कार्यक्रम के माध्यम से किशोर एवं किशोरियों में सामाजिक चेतना एवं जगरूकता लाने का शुभारंभ किया है। उन्होंने बताया कि मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए सभी विकासखंडों में इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। डॉ. टेकाम ने कहा कि तारुण्य वार्ता कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण पहल है, जो छत्तीसगढ़ में कीर्तिमान प्राप्त करेगी। उन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए अपनी शुभकामना भी दी।
राज्य प्रमुख आयुक्त स्कॉउट्स एवं गाइड्स एवं संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चन्द्राकर ने बताया कि स्कॉउट्स एवं गाइड्स के रोवर्स, रेंजर्स ने कोरोनाकाल में मास्क वितरण, अस्पतालों में कोरोना वारियर्स के रूप में सेवा, असहाय व्यक्तियों के भोजन की व्यवस्था, फल एवं भोजन वितरण जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यों में अपनी सक्रिय सहभागिता दी है। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2021 को प्रदेश में लगभग 4 लाख पौधों का रोपण किया गया, जिसमें अकेले मुंगेली जिले में 60 हजार पौधे रोपे गए। रक्तदान दिवस एवं शिक्षक दिवस पर 1846 स्कॉउट-गाइड ने रक्तदान किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय मुख्यालय नई दिल्ली द्वारा ऑनलाईन पंजीयन के पोर्टल में सबका पंजीयन होना था जिसमें छत्तीसगढ़ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कोरोनाकाल में किए गए कार्य पर पूरे देश में छत्तीसगढ़ को स्कॉउट-गाइड ने तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री ने निवेदन किया कि छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में स्कॉडट-गाइड की गतिविधि प्रारंभ करने की अनुमति दी जाए। उन्होंने बताया कि गतवर्ष कोविड-19 के कारण राज्य में जंबूरी का आयोजन नहीं हो पाया, आने वाले समय में इसका आयोजन किया जाना है। यूनीसेफ के छत्तीसगढ़ प्रमुख श्री जॉब जकारिया ने कहा कि तारुण्य वार्ता कार्यक्रम स्वास्थ्य, पोषण, जीवनकौशल, बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण पर कार्य करेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य में विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित किशोर संबंधी कार्यक्रम को मिलाकर इसको चलाया जाए और राज्य स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग की जाए।
कार्यक्रम में भारत स्कॉउट एवं गाइड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक सत्यनारायण शर्मा, संसदीय डॉ. रश्मि आशिष सिंह, विधायक द्वय मोहित केरकेट्टा, रामकुमार यादव, राज्य उपाध्यक्ष स्कॉउट एवं गाइड ममता राय सहित राज्य स्कॉउट गाइड एवं राज्य के सचिव कैलाश सोनी, रायपुर जिला स्काउट एवं गाइड के सचिव मृत्युंजय शुक्ला अन्य पदाधिकारी और स्कॉउट गाइड के रोवर्स एवं रेंजर्स उपस्थित थे।
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