कानपुर चोट से उबरने के बाद वापसी करने वाले शुभमन गिल ने जब न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में शुरुआत की तो बेहतरीन रंग में नजर आए। शुरू की ह...
कानपुर
चोट से उबरने के बाद वापसी करने वाले शुभमन गिल ने जब न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में शुरुआत की तो बेहतरीन रंग में नजर आए। शुरू की हिचकिचाहट के बाद अपना नेचुरल खेल दिखाया। करियर का चौथा अर्धशतक जमाया। अपने पहले शतक की ओर बढ़ ही रहे थे कि जैमीसन की एक खूबसूरत गेंद ने उनका स्टंप उखाड़ फेंका।
दुनिया समझ चुकी शुभमन की कमजोरी
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चोट के कारण इंग्लैंड के खिलाफ नहीं खेल पाने वाले गिल ने 52 रन बनाए। आउट होने से पहले मैदान के चारों ओर आकर्षक शॉट लगा रहे थे। स्पिनर्स के मुफीद मानी जा रही ग्रीन पार्क की पिच पर फिरकी बोलर्स को बैकफुट पर ही रखा। पांच चौके और एक छक्का लगाया, लेकिन एक बार फिर उनकी वही पुरानी कमजोरी सामने आ गई, जिसे लगभग टीम समझ चुकी है। 14 बार आउट होने के दौरान शुभमन गिल छह बार LBW या बोल्ड हुए हैं। जो यह बताता है कि उनका डिफेंस इतना मजबूत नहीं जितना किसी ओपनर का होना चाहिए।
गिल की तकनीक में ही दिक्कत
लंच के बाद पहले ही ओवर में जैमीसन की गेंदें हरकत करने लगी थी। शुरुआती पांच बॉल में गिल को परेशान करने के बाद आखिरकार छठी पर उन्हें विकेट मिल ही गया। 6 फीट 8 इंच लंबे जैमीसन ने ऑफ स्टंप के बाहर गुड लैंथ पर एक फुल बॉल फेंकी, जिसे डिफेंड करने के लिए शुभमन सही पोजिशन पर नहीं थे। गेंद खेलते वक्त वह एड़ियों के बल खड़े थे। नतीजतन पैड और बैट के बीच लंबा गैप बन गया, बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए गेंद वहां से स्टंप्स से जा टकराई।
टीम इंडिया के लिए 'काल' रहे काइल जैमीसन
पहले टेस्ट के पहले दिन अगर किसी कीवी बोलर ने प्रभावित किया तो वह काइल जैमीसन ही थे। इंडिया के टॉप ऑर्डर को उन्होंने ही पवेलियन की राह दिखाई। दोनों ओपनर मयंक अग्रवाल-शुभमन गिल और चौथे नंबर पर आए कप्तान अजिंक्य रहाणे को चलता किया। तीन में से दो खिलाड़ी तो क्लीन बोल्ड हुए। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के बाद से काइल जैमीसन भारत के लिए बड़े खतरे के रूप में उभरे हैं। जून में हुए उस खिताबी टेस्ट मैच में जैमीसन ने पांच विकेट चटकाते हुए भारतीय बैटिंग ऑर्डर की धज्जियां उड़ा दी थी। विपरित हालातों में विशेषज्ञ उनका प्रदर्शन देखना चाहते थे और आज काइल ने किसी को निराश नहीं किया।
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