राजनांदगांव। फर्जी गैस कनेक्शनधारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। गैस कनेक्शनधारियों को ई-केवाईसी कराने छह से अधिक बार मौका दिय...
राजनांदगांव।
फर्जी गैस कनेक्शनधारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। गैस
कनेक्शनधारियों को ई-केवाईसी कराने छह से अधिक बार मौका दिया गया। लेकिन 50
हजार से अधिक कनेक्शनधारी अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई। ई-केवाईसी नहीं
कराने वाले गैस कनेक्शनधारियों का कनेक्शन ब्लॉक करने की कार्रवाई की
जाएगी। वहीं सब्सिडी से भी वंचित किया जाएगा।
राजनांदगांव,
मोहला-मानपुर-चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में करीब 24 गैस एजेंसियां
हैं, जहां करीब साढ़े पांच लाख उपभोक्ता हैं। अब भी 50 हजार से अधिक गैस
कनेक्शनधारी ई-केवाईसी से दूर हैं। ई-केवाईसी की सूचना देने के बाद भी इस
ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पेट्रोलियम कंपनियां फर्जी कनेक्शनों
को खत्म करने कवायद में जुट गई है। गैस एजेंसियों में ई-केवाईसी कराने के
साथ-साथ मोबाइल नंबर को भी अपडेट किया जा रहा है। लेकिन कई उपभोक्ताओं के
मोबाइल में ओटीपी नहीं आ रही है। वहीं कुछ उपभोक्ताओं ने मोबाइल नंबर अपडेट
नहीं कराए हैं। ऐसे में अब उन्हें गैस सिलिंडर के लिए परेशान होना पड़ रहा
है। ऑनलाइन बुकिंग करने के बाद मोबाइल में ओटीपी नहीं आ रहा है। ऐसे में
उपभोक्ताओं को गैस सिलिंडर नहीं मिल पा रहा है।
गैस कनेक्शनधारियों
को ई-केवाईसी कराना जरुरी है। कंपनियां निःशुल्क ई-केवाईसी कर रही हैं।
केवाईसी होने के बाद कालाबाजारी में काफी कमी आएगी। ओटीपी के बाद ही गैस
सिलिंडर दिया जा रहा है। उपभोक्ता मोबाइल नंबर अपडेट करा सकते हैं। नरेंद्र
डाकलिया, संचालक, इंडेन गैस
चुनाव के समय भाजपा ने पांच सौ रुपये
में गैस सिलिंडर देने की घोषणा की थी। पांच सौ रुपये में सिलिंडर कब से
मिलेगा इसको लेकर कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। संचालक भी कुछ नहीं बता
पा रहे हैं। गैस एजेंसी संचालक ने बताया कि ई-केवाईसी होने से कालाबाजारी
रुकेगी। वहीं उपभोक्ताओं को वर्ष में कितना सिलिंडर मिल रहा है इसकी पूरी
जानकारी मिलेगी। लगातार सूचना देने के बाद भी कनेक्शनधारी ई-केवाईसी कराने
सामने नहीं आ रहे हैं।
No comments