ढाका। बांग्लादेश में हाल के दिनों में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा ने देश की कट्टर इस्लामिक राष्ट्र की छवि बना दी है। यह भार...
ढाका। बांग्लादेश में हाल के दिनों में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा ने देश की कट्टर इस्लामिक राष्ट्र की छवि बना दी है। यह भारत जैसे पड़ोसी देश के लिए चिंता की विषय है। 26 जून 2025 को कुमिल्ला जिले के रामचंद्रपुर पंचकिट्टा गांव में एक हिंदू महिला का बलात्कार किया गया। उसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसे देखकर हर कोई गुस्से में है। इस मामले में मुख्य आरोपी फजर अली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) का स्थानीय नेता है। उसके चार अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है। भारत ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हाल के महीनों में बढ़ी हैं। अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के गिरने के बाद देश में सांप्रदायिक हिंसा में इजाफा हुआ है। कुमिल्ला में हुई इस घटना ने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।फजर अली और उसके साथियों ने एक हिंदू महिला के साथ बलात्कार किया। इस अपराध को रिकॉर्ड करके सोशल मीडिया पर वायरल भी किया। इस तरह की घटनाएं अल्पसंख्यक समुदायों में भय और असुरक्षा की भावना को और गहरा करती हैं। मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
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