नई दिल्ली भारत के पूर्व क्रिकेटर पज्ञान ओझा को क्रिकेट को अलविदा कहे करीब दो साल पूरे होने वाले हैं। 21 फरवरी 2020 को उन्होंने क्रिकेट के स...
नई दिल्ली
भारत के पूर्व क्रिकेटर पज्ञान ओझा को क्रिकेट को अलविदा कहे करीब दो साल पूरे होने वाले हैं। 21 फरवरी 2020 को उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की थी। कई साल तक टीम इंडिया के अहम सदस्य रहे प्रज्ञान ओझा ने देश-विदेश में भारत के लिए खूब क्रिकेट खेली। वह ज्यादातर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेले। इस दौरान वह कई बार ऐतिहासिक जीत के गवाही भी बने। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में पर्पल कैप हासिल की। इसके अलावा वह कई बार आईपीएल खिताब जीतने वाली टीम के सदस्य भी रहे।
'कू' पर शेयर की पीयूष मिश्रा की कविता
क्रिकेट से दूर इन दिनों प्रज्ञान ओझा अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। ऐसे टीम इंडिया के साथ बिताए गए दिन उन्हें खूब याद आ रहे हैं। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए पीय़ूष मिश्रा की कविता वो पुराने दिन, वो सुहाने दिन, आशिकाने दिन कू पर शेयर की है। इस कविता के जरिेए उन्होंने पुराने दिन जीने की कोशिश की है।
प्रज्ञान ओझा का क्रिकेट करियर
प्रज्ञान ओझा ने 24 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। जिसमें 113 विकेट झटके। एक पारी में 47 रन देकर छह विकेट आउट करना टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। उन्होंने 18 एकदिवसीय मैच भारत के लिए खेले जिनमें 21 विकेट हासिल किए।. वनडे में 38 रन देकर चार विकेट आउट करना उनका बेस्ट बॉलिंग प्रदर्शन है। इसके अलावा प्रज्ञान ने 6 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी भारत के लिए खेले जिनमें उन्होंने 10 विकेट चटकाए।
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